Basant Panchami 2023: बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्हें विद्या और वाणी की देवी माना जाता है।पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है।
सरस्वती पूजा की तारीख, समय और शुभ मुहूर्त
25 जनवरी 2023 को दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से 26 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक बसंत पंचमी मनाई जाएगी।
पूजा विधि
- मां सरस्वती की पूजा से पहले स्नान करना और पीले वस्त्र धारण करना अनिवार्य हैं
- पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठें
- मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र को पीले वस्त्र पर रखें
- सबसे पहले कलश की पूजा करें, उसके बाद नवग्रहों की पूजा करना चाहिए
- उसके बाद देवी को स्नान कराएं और फिर श्रृंगार सामग्री चढ़ाना चाहिए
- उसके बाद पीले फूल, प्रसाद, पीली मिठाई मां सरस्वती के सामने अर्पित करने चाहिए।
- मां सरस्वती के चरणों में श्वेत चंदन लगाना चाहिए।
बसंत पंचमी के दिन ये काम करने से बचें
- इस दिन धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
- मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए।
- शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
- फसल और पेड़ नहीं काटना चाहिए।
बसंत पंचमी के दिन ये काम अवश्य करें
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
- संपूर्ण विधि के साथ पूजा करें
- पीले वस्त्र धारण करें।
- बड़ों का आशीर्वाद लें।
- दान अवश्य करें।
बसंत पंचमी के दिन ये सभी कार्य करने से आपके सभी काम पूरे होंगे और आपको मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होगा।