Narendra Giri Death Case: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषदके अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिसा के जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। इस मामले में अब सीबीआई से जांच कराने की मांग की जा रही है। यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के निधन से गमगीन है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार CBI जांच करने के लिए तैयार है।
महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर भाजपा पर निशाना साधते हुएमहाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा, "महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या नहीं की, यह एक हत्या है। इसे आत्महत्या के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यूपी में सबसे अधिक संत और संत मारे जाते हैं। भाजपा के खिलाफ बोलने वाले संत ऐसे ही मरते हैं। हम उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं।” इस बीच, शिवसेना के राज्यसभा संजय राउत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में "हिंदुत्व का गला घोंट दिया गया है" और शीर्ष द्रष्टा की "रहस्यमय मौत" की सीबीआई जांच की मांग की।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि बचपन से ही जुझारू स्वभाव के व्यक्ति थे। महज 11 साल की उम्र में नरेंद्र गिरि ने धर्म और अध्यात्म के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया था। वह लंबे समय से राम मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए हैं। वह प्रयागराज में बाघंबरी मठ के महंत और संगम के तट पर प्रसिद्ध बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी भी थे।इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये video..