उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने गाजियाबाद के एक मंदिर में हिंदू धर्म अपना लिया है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सोमवार को डासना मंदिर के महंत नरसिम्हा आनंद सरस्वती ने रिजवी को हिंदू धर्म में बदल दिया था। रिजवी ने अपना नाम भी बदल लिया है और अब वह जितेंद्र नारायण स्वामी के नाम से जाने जाएंगे। चैल (कौशांबी) से भाजपा विधायक संजय कुमार गुप्ता ने रिजवी के सनातन धर्म में परिवर्तन का स्वागत किया है।
रिजवी ने हाल ही में कुरान की 26 आयतों को चुनौती देने और फिर एक नया कुरान लिखने का दावा करने के बाद मुस्लिम समुदाय का गुस्सा अर्जित किया। रिजवी के मुताबिक, कुरान से आयतों को हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करने के लिए मुस्लिम समूहों से उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली थी। रिजवी ने अपनी याचिका में दावा किया था कि पवित्र कुरान में आपत्तिजनक आयतें काफी बाद में जोड़ी गई हैं जो 'हिंसा सिखाती हैं'।
रिजवी ने यह भी कहा था कि उनके शव का पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए, न कि उनकी मृत्यु के बाद दफनाया जाना चाहिए। रिजवी ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी अंतिम संस्कार की चिता गाजियाबाद के डासना मंदिर के एक हिंदू संत नरसिंह आनंद सरस्वती द्वारा जलाई जानी चाहिए। रिज़वी ने पहले एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने जीवन के लिए डर है क्योंकि कई कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों ने उनके सिर काटने का आह्वान किया था।