World Heart Day 2020 : ह्रदय रोग के मामले भारत में सबसे ज्यादा आ रहे हैं। लगभग एक दशक पहले तक, हम में से बहुत से लोगों ने सोचा था कि 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा होता है और कम उम्र में ऐसी बीमारियों का शिकार होना काफी दुर्लभ है। हालांकि, बदलते समय के साथ, जीवनशैली में बदलाव और लोग अपने स्वास्थ्य को बैकसीट पर रख रहे हैं। जिसके कारण आज ह्रदय रोग एक आम बीमार बन गई है। देश में लगभग 25% हार्ट अटैक पीड़ित 40 साल से कम उम्र के हैं। दुनिया भर में हर साल हृदय रोगों से 1.7 मिलियन से अधिक लोग मौत का शिकार होते हैं। देश और दुनिया भर में हृदय रोगों की बढ़ती घटनाओं ने को ध्यान में रखते हुए लखनऊ के डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी की टीम ने हृदय रोगियों के लिए एक ऐसी डिवाइस बनाई है। जो ह्रदय रोग से जुड़ी कई सारी समस्याएं तुरंत पता लगा लेता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित इस डिवाइस का इस्तेमाल करना बहुत आसान है। इस मशीन के जरिए सिर्फ एक क्लिक पर चार हृदय रोग आर्टिक स्टिनोसिस, माइट्रल रेगुररगीटेशन, माइट्रल स्टिनोसिस, माइट्रल वाल्व प्रोलैप्स का पता लगाया जा सकता है। यह डिवाइस हृदय के पीसीजी सिग्नल की रिकॉर्डिंग करके समान और असमान हृदय रोग की अलग-अलग जानकारी देती है। जिसके लिए इस मशीन में ऑटोमेटिक क्लासिफिकेशन, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग ट्रेनिंग मॉडल का इस्तेमाल किया जाता है। इस डिवाइस की कीमत भी बहुत कम है। जिसका फायदा आम जनता को होगा। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए ये Video…